शुक्रवार, 1 मई 2020

लाॅकडाउन भाग -2 ( मरकज़ जमातियों का खेल)






लग रहा था कि भारत अब कोरोना पर नियंत्रण कर लेगा ।इसी बीच मरकज़ ज़मातियों ने सारा खेल बिगाड़ दिया ।इनकी वेशभूषा ,व्यवहार देखकर ये पता नही चलता ये किस सम्प्रदाय से हैं।अपने आप को इस्लाम धर्म का बताते है, तो इस्लाम पर लगा ये बदनुमा दाग है। क्यों कि इस्लाम कभी अमानवीयता को नही दर्शाता । इंसान का बहुत घिनौना रुप सामने आया वो है ज़माती।कुछ बाहर के लोग थे कुछ इसी सरजमीं के थे।ये पुरे देश में अपनी धार्मिक सभा का आयोजन कर रहे थेऔर इनके मौलाना इन्हे भड़काने का काम कर रहे थे।जब सरकार ने इन्हे सोशल डिसटेंशिग का पालन करने को कहा था।फिर भी ये हजारों के समुह में इकट्ठा होकर धार्मिक सभा आयोजन कर रहे थे।ये जमाती सबसे बड़े स्तर पर हज़रत निज़ामुद्दीन दिल्ली में मार्च के महीने के अंत में धर्मिक सभा का मजमा लगाये हुए थे।पर आश्चर्य की बात तो ये थी कि बगल में ही पुलिस स्टेशन था फिर भी पुलिस इनपर कार्यवाही नही कर सकी। पुलिस ने इन्हें क्यो नही रोका।ये बहुत बड़ा सवाल था।पुलिस भी ऐसे इलाकों में जाने से डरती थी।तो दिल्ली सरकार क्या कर रही थी।पुलिस के साथ ये दिल्ली सरकार भी सोयी थी।मैं ये भी नहीं कहुँगा किया ये आतंकवाद थे।मैं इसमें कोई पाकिस्तानी एंगल भी नही ढूंढुंगा।पर ये असामाजिक तत्व हैं।जो मानवता को शर्मसार करनेवाले हैं।जो मानवता के दुश्मन हैं।जो कोरोना को फैलाने का काम कर रहे थे।हजारों की संख्या में ये कोरोना पाॅजिटिव थे।जिन्होंने कोरोना का संक्रमण तेजी से देश में फैलाया।युपी, एमपी, बंगलोर, महाराष्ट्र आलऑवर इंडिया में ये जमाती फैले हुए थे।पुलिस ने सभी जगह इन जमातियों के जत्थे को पकड़ा और इन्हें जांचकर अस्पताल भेजा गया ।देश के हर कोने में जमातियों ने संक्रमण पहुंचाने का काम किया।जमातियों से देश में कोरोना के संक्रमण में दुगना इजाफ़ा हुआ।पुरे देश के संक्रमण के बराबर अकेले उन जमातियों का संक्रमण था।कोरोना फैलाने में इनकी मुख्य भुमिका रही।ये जमाती किसी जिन्नात से कम नही थे जिन्होंने संक्रमण फैलाकर पुरे देश को खतरे में डाल दिया । नही तो ये देश कोरोना पर  जरुर काबु पा लेता।जिसकी सजा पुरे देश के लोग भुगत रहे हैं।नही तो देश की स्थिति काफी बेहतर होती।जमातियों के सरदार मौलाना साद की पुलिस सरगरमी से तलाश कर रही है।सरकार ने साफ कर दिया है इन जमातियों पर सख्त कारवाही की जाएगी। इनपर एन एस ए लगाकर अभियोग चलाया जाएगा।जमातियों को जहाँ जहाँ क्वारंटीन कर इलाज कराया जा रहा था।उन जमातियों का डाक्टर और और नर्स के साथ अभद्रतापूर्ण वयवहार काफी शर्मशार करनेवाला है।वो डाकटर पर थुक फेंक रहे थे।नर्स के कपड़े फाड़ रहे थे।काम करनेवाली नर्स वहां से इज्जत बचाकर भाग निकली।कोरोना वारियरस अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों का इलाज कर रहे हैं ।उनके साथ यह दुर्व्यवहार निंदनीय है।शर्म आनी चाहिए इन जमातियों को जो इस्लाम के नाम पर गंदगियां फैला रहे हैं । इनहोंने मानवता को कलंकित किया है।इसी बीच इंदौर  में एम्बुलेंस में पेशेंट को ले जा रहे डाक्टरों पर एक भीड़ ने जानलेवा हमला किया ।वो किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे।फिर ICMA ने डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर विरोध जताया।गुहमंत्री अमित शाह ने ICMA को डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर आशवसत किया।दोषीयों को नही बखशा जाएगा। डाक्टर अपनी डयुटी करें ।
 

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