सन् 2005 की बात है। मेरे यहाँ राजु माँ नाम की एक बाई काम किया करती थी। उसकी उम्र करी ब 60 साल की थी। भूत प्रेत जैसी चीजों में दिलचस्पी होने के कारण एक दिन मैंने उनसे पूछा, राजु माँ आपने कभी भूत प्रेत देखा है। तभी उन्होंने मुझे अपनी कहानी सुनाई। सन् 1960 की बात है। मेरी शादी हुई थी। उस समय भागलपुर के बु ढा नाथ इलाके में जंगल हुआ करता था।शाम का समय था। मैं अपने मर्द के साथ बैलगाड़ी पर अपने ससुराल जा रही थी। बैलगाड़ी वाला अपनी गाड़ी जंगल में हाँक रहा था। हा हा हर र। रात हो चुकी थी। जंगल काफी बड़ा था।रास्ता नही दिखने के कारण गाड़ी वान ने लालटेंन जला ली। और बैल गाड़ी को जंगल में हाँकने लगा। हा हा हर र हर र चल चल। चलते चलते अचानक से बैल रुक गयी। बैल आगे नही बढ़ रही थी। बैलगाड़ी वाला कुछ समझ नही पाया। गाड़ी आगे क्यों नही बढ़ रही है। उसने देखा बैल गाड़ी का रास्ता रोके एक औरत खड़ी है। बैल चुपचाप अपनी जगह खड़ी थी। राजु माँ भी कुछ समझ नही पायी। तभी राजु माँ अपने पति से बोली, देखो तो उतर कर गाड़ी आगे क्यों नही बढ़ रही है। राजू माँ के पति ने बैलगाड़ी से नीचे उतर कर देखा तो अचंभित रह गया। बैल गाड़ी का रास्ता रोके एक चुड़ैल खड़ी थी। राजु माँ का पति बड़ा हिम्मत वाला था। उस चुड़ैल को देख उसने अपने पैर के जूते उतारे और गाली देते हुए उस चुड़ैल को मारने के लिए उसकी और बढ़ा। बोला बदजात आज मैं तुम्हें नही छोड़ेंगे। जैसे ही जूता लेकर वो चुड़ैल की तरफ आगे बढ़।। चुड़ैल वहाँ से गायब हो गयी। राजू माँ के पति बैल गाड़ी में सवार हो गए। बैल को रास्ता मिल गया था।बैल गाड़ी चलने लगी राजु माँ की जान में जान आयी।वो भगवान का शुक्रिया अदा करने लगी। वो लोग फिर अपने घर की तरफ रवाना हो गए। इस कहानी से ये तो पता चलता है की राजु माँ के पति काफी हिम्मत वाले थे। उनकी हिम्मत देख कर चुड़ैल को भी अपना रूख मोड़ ना पड़ा। पर आप कभी ऐसी हिम्मत नहीं दिखाइएगा। नहीं तो आपकी जान जोखिम मैं पड़ सकती है। क्यों की चुड़ैल काफि जिद्दी होती है।जहाँ वो आती है। बदजात इतनी जल्दी कहीं से जाती नहीं। वो काफी बलशाली होती है। और आप एक इंसान होकर उसका सामना कैसे कर सकते हैं। इस घटना को याद कर राजू माँ का डर अभी भी उनके दिल से निकला नहीं। जब की इस घटना को बीते हुए 60 साल हो गए। राजु माँ तो डर गयी। पर आप नहीं डरियेग। क्यों की मैं आपको डराने के लिए अगली स्टोरी फिर लेकर आ रहा हूँ। तब तक के लिए श श श कोई है।
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