गुरुवार, 16 अप्रैल 2020
मर्लिन मुनरो- भाग 2( मर्लिन मुनरो की आर्थर मिलर से शादी)
मर्लिन ने कहा शरीर का मतलब प्रदर्शन से है न कि उसे ढंकने से। शायद वह ऐसा सोचती थी जिस ऊपरवाले ने गुलाब की तरह ये खुबसूरत शरीर बनाया है। लोग ईश्वर की बनाई इस खुबसूरत रचना को देखें। उन्होंने मित्रों को सबसे बड़ा बताया। मित्र आप जैसे हैं आपको उसी रुप में स्वीकार करते हैं । मर्लिन ने पुरुषों की इस मामले में बहुत तारीफ की और कहा ।पुरुष ही तुम्हें अहसास दिला सकते हें कि तुम एक औरत हो।अपने प्यार से पुरुषों के जीवन में रंग भरनेवाली औरत ही तो है। जिससे मै बहुत गौरवान्वित महसूस करती हुं।वो बहुत रोमांटिक औरत थी।पुरुष ही तुम्हें स्पर्श कर , तुम्हारी आंखों में घुरकर तुम्हें रोमांचित कर सकता है।वो कहना चाहती थी कि पुरुष ही औरत को पूर्णता का अहसास दिलाते हैं ।मर्लिन फाॅकस स्टुडियो में नाइट क्लब का सीन दे रही थी ।काले सटॄप वाली ड्रेस में उसके होंठों की मधुर मुस्कान ने लाखों दिलों की धड़कनों में हलचल मचा दी हो। मर्लिन लाखों लोगों के दिलों पर राज करने लगी। इस सीन को देखते ही मशहूर लेखक आर्थर मिलर के दिल की धड़कनें भी तेज हो गई ।जैसे मर्लिन उसके जान में समा गई हो।सेट पे इस सीन के बाद दोनों की मुलाकात हुई।उसने मिलर के बारे में सुन रखा था।उसकी नजरों का तीर मिलर के दिल में चुभ चुका था। वह बहुत व्याकुल था।उसने मर्लिन से अपने दिल की बात कह दी। दोनों एक-दूसरे को दिलों जान से चाहने लगे। दोनों की नजदीकीयाॅ बढने लगीं ।जैसे मिलर के रुप में उसे एक सच्चा दोस्त मिल गया हो।जो उसकी केयर करना चाहता था। मर्लिन ने मिलर के सामने ये स्वीकार किया कि वो अपने कैरियर के लिए कई मर्दों के साथ हमबिस्तर हुई।पर अब वो एसा नही करेगी।एक वक्त वो भी आया जब काम के सिलसिले में दोनों एक-दूसरे से दुर हुए। मिलर किसी और शहर को चला गया। मर्लिन भी फिल्म की शुटिंग में व्यस्त हो गई। इस दुरी में भी दोनों एक-दूसरे को याद कर रहे थे।अपनी फिल्म सेवन इयर इच पुरी करने के बाद मर्लिन न्यूयॉर्क पहुंचीं । जहां वो कुछ पल खुद के लिए जी सके।वक्त ने फिर दोनों को एक-दूसरे के करीब ला दिया । दोनों छुपछुप कर एक-दूसरे से मिलने लगे।सेंट्रल पार्क की गलियों में वे दोनों साईकिल चलाते देखे जाते।और बातें करते। मर्लिन भी इस बात को समझ चुकी थी।कि मिलर ही वो पुरुष है जो मुझे खुशी दे सकता है। और जो मेरा ख़्याल रख सकता है। साल 1956 में दोनों की शादी हुई। मर्लिन ने यहुदी धर्म अपनाया। एक अच्छी बहु और बीवी बनकर घर का काम- काज करने लगी। वह एक घरेलु औरत बनकर जीने लगी ।मिलर यह जान गया था कि मर्लिन अब ऐक्टिंग और फिल्मों की दुनिया से थक चुकी है । पर जिसे गलैमर की लत लग चुकी हो। वह आम औरत की जिंदगी कब तक जीती। कुछ ही वक्त बीतने के बाद , इस आम औरत की जिंदगी से वह उबने लगी थी।उसने यह जान लिया था कि वह एक कलाकार है और एक ऐक्ट्रेस के तौर पर ही जिंदगी जी सकती है। वह फिर से फिल्मों में लौट आई। मर्लिन को गलैमर और चकाचौंध में जीने की आदत थी। एक फैमिली पार्टी में जब मिलर के पुरे परिवार न असली मर्लिन मुनरो को देखा। मर्लिन टाइट स्किन केयर और सीथु ड्रेस पहनकर सबके सामने आई। एक बहु का इस तरह से अंग प्रदर्शन । मिलर की फैमिली को बर्दाश्त नही हुआ। और परिवारवालों का मर्लिन से झगड़ा हुआ। जिससे मर्लिन काफी डिप्रेस्ड हो गई। इसी वजह से मर्लिन ने ड्रगस ली।और उसी रात फ्लैट की लिफ्ट में नशे की हालत में कई बार निर्वस्त्र घुमती देखी गई।और बहुत मुश्किल से उसे काबु किया गया।
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