चीन के वुहान से आया ये कोरोना वायरस पुरी दुनिया पर कहर बरपा रहा है। चीन ने कुत्ते, बिल्ली, चमगादड़ खाकर ये वायरस फैलाया। और इसकी सजा भुगत रहा है पुरा विश्व । उनका इस तरह से जानवरों को खाना काफी घृणित है।ये वाकई में चमगादड़ से आया वायरस है या चीन के लैब में तैयार किया गया कोई जैविक बम।जिसे चीन के द्वारा दुनिया पर छोड़ दिया गया । उसकी एंटी पहले से चीन ने बना ली थी।इसलिए शुरुआती दौर में चीन पर इसका असर देखा गया । पर अब चीन में इसका कोई असर नही क्यों। वुहान के लोग अब खुली सांस ले रहे हैं।चीन के व्यापारिक क्षेत्र बीजिंग, शंघाई में इसका कोई असर नही। ये सारे तथ्य चीन को संदेहास्पद बनाते हैं।क्या चीन ने दुनिया की अर्थव्यवस्था तोड़ने के लिए ये तरकीब अपनायी थी।कोरोना वायरस को पहले चीन ने छुपाया क्यों। विश्व स्वास्थय संगठन ने इसे पेनडैमिक क्यों नही बताया। ताकि पुरे विश्व में ये नही फैले । क्या चीन की विश्व स्वास्थय संगठन से मिली भगत थी।अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोरोना वायरस फैलाने का दोषी बताया ।दुनिया का सबसे ताकतवर देश इस कोरोना के सामने घुटने टेक चुका है।वहां लाखों लोगों की मौत हो चुकी है।लाखों संक्रमित लोग जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहे हैं। क्या चीन के लैब में इस वायरस को तैयार करने के लिए सालों से रिसर्च चल रहा था।जो चीन ने तैयार कर परमाणु की तरह घातक ये वायरस दुनिया पर छोड़ दिया है।अगर ये साबित हो जाता है कि चीन के लैब में तैयार ये वायरस कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेवार है, तो सारा विश्व मिलकर चीन को निसतानाबुत कर देंगे ।चीन का नामो-निशान इस जमीन से मिटा देंगे। इटली, फ्रांस, स्पेन, इंगलैंड, अमेरिका सभी देशों में ये वायरस फैल चुका है।अनगिनत मौतें हो चुकी हैं ।अमेरिका, स्पेन, इटली के बाद इस वायरस ने भारत को भी अपने चपेट में ले लिया है।इसकी कोई दवा नही है।रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर लोगों की जान बचाई जा रही है।पुरे विश्व में ये वायरस मौत का तांडव मचा रहा है।जैसे अब प्रलय आ गया है ।जिस भारत की पवित्र धरती पर जहाँ राम , कृष्णा और बुद्ध ने जन्म लिया ।जिस भारत को सिकंदर नही जीत पाया।क्या ये कोरोना भारत को हरा देगा।ये तो समय ही बताएगा ।सभी देशों में लाॅकडाउन बाद में लागु किया गया।जिसका नतीजा सबके सामने है।लाखों मौतें हुई।अमेरिका, इटली कई देशों में शव को दफनाने के लिए दो गज़ जमीन भी नसीब नही हुई कब्रिस्तान में ।समुद्र के किनारे लाशें पटी पड़ी थी।फिर क्रेन जैसी मशीनों का सहारा लेकर उन्हें दफनाना पड़ा ।भारत के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी काबिले तारीफ़ है जिन्होंने सही कदम पर लाॅकडाउन की घोषणा की। जिससे देश मे ये वायरस ज्यादा पैर नही पसार सके।ये शायद भारत का ऐतिहासिक कदम था जिसे लोग याद रखेंगे ।
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